पंचमुखहनुमत्कवचम् विवेचन 01-03

Panchamukh Hanumanta
Panchamukh Hanumanta

पंचमुखहनुमत्कवचम् विवेचन – ०१ (Panchamukha-Hanumat-kavacham Explanation- 01) – By Aniruddha Bapu



परमपूज्य सद्‍गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने ०९ मार्च २०१७ के पितृवचनम् में ‘पंचमुखहनुमत्कवचम् विवेचन’ के बारे में बताया।
ये पंचमुखहनुमत्कवचम्, जो मैने कहने के लिये, पठन करने के लिये इस साल के लिये बोला है, जिसके बारे में हम लोगों ने अग्रलेखों में भी बहुत कुछ पढा। आज से हम इस कवच का अर्थ जानने की कोशिश करेंगे। लेकिन बहुत ही संक्षिप्त में। बहुत मैं विस्तार में जाऊंगा तो शायद दस बारा साल भी लग सकते हैं। It is so big, so huge. Read More - 
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पंचमुखहनुमत्कवचम् विवेचन ०२ (Panchamukha-Hanumat-kavacham Explanation 02) – Aniruddha Bapu


परमपूज्य सद्‍गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने ०९ मार्च २०१७ के पितृवचनम् में ‘पंचमुखहनुमत्कवचम्’ के बारे में बताया।
सो, इसलिये ये हमें दिशादर्शन करने के लिये, सही रास्ते में, हमें रास्ते में प्रवास के लिये जो भी आवश्यक है, यानी पंचमुखहनुमत्कवच हो या और कोई कवच हो या कोई स्तोत्र हो, मान लो स्तोत्र हो, तो उस प्रवास के लिये आवश्यक जो भी चाहिये वो हमें पूरा करने के लिये कौन होता है, उसका ऋषि होता है। ब्रह्मा ऋषि:।
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पंचमुखहनुमत्कवचम् विवेचन – ०३ ( ब्रह्मजल ) [Panchamukha-Hanumat-kavacham Explanation – 03 (Brahmajal)] – Aniruddha Bapu


परमपूज्य सद्‍गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने ०९ मार्च २०१७ के पितृवचनम् में ‘पंचमुखहनुमत्कवचम् विवेचन – ०३ ( ब्रह्मजल )’ इस बारे में बताया।
मूलाधार चक्र में कौन है? गणेशजी हैं, स्वाधिष्ठान चक्र में कौन हैं, प्रजापति ब्रह्मा हैं। स्वाधिष्ठान चक्र किसके साथ जुडा हुआ है? जल के साथ। मूलाधार चक्र पृथ्वी तत्व के साथ जुडा हुआ है। स्वाधिष्ठान चक्र जलतत्व के साथ जुडा हुआ है।परमपूज्य सद्‍गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने ०९ मार्च २०१७ के पितृवचनम् में ‘पंचमुखहनुमत्कवचम् विवेचन – ०३ ( ब्रह्मजल )’ इस बारे में बताया।
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3 comments:

  1. हरी ॐ
    श्रिराम
    अंबज्ञ

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  2. हरी ॐ श्रीराम अंबज्ञ ॥ जय जगदंब जय दुर्गे ॥

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  3. हरी ॐ श्रीराम अंबज्ञ ॥ जय जगदंब जय दुर्गे ॥

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